[ad_1]
इस डील का ऐलान टाटा समूह के घाटे में चल रही एअर इंडिया एयरलाइन को फिर से टेकओवर करने के एक साल बाद हुई है. देश को पंख देने वाली एयरलाइन एयर इंडिया का जन्म जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा (Jehangir Ratanji Dadabhoy Tata) के उड्डयन के प्रति प्रेम से हुआ था. हालांकि एअर इंडिया की पहली उड़ान 15 अक्टूबर 1932 को हुई थी, लेकिन इसकी कहानी वास्तव में 1929 की है, जब जेआरडी टाटा ने अपने पायलट का लाइसेंस प्राप्त किया था.
ये सौदा कितना बड़ा है इसका अंदाजा इससे लग सकता है कि चार देशों के प्रमुखों ने आपस में बधाई जारी की हैं. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुल मैक्रों और बिट्रेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने एक दूसरे को बधाई दी है. अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ की एक घोषणा के मुताबिक, बोइंग और एअर इंडिया एक समझौते पर पहुंचे हैं, जिसके तहत एअर इंडिया बोइंग से 34 अरब डॉलर में 220 विमान खरीदेगी. इनमें 190 बी737 मैक्स 20 बी787, और 10 बी777एक्स शामिल हैं. समझौते के तहत 70 और विमान खरीदने का विकल्प होगा.
किस कंपनी से क्या खरीदेगी एअर इंडिया?
एअर इंडिया की बोइंग एयरप्लेन्स से विमान 737 MAXs खरीदेगा. इसमें 737-8 और 737-10 शामिल हैं. 787-9 के 20 विमान इस डील में खरीदे जाएंगे. 10 विमान 777-9s के होंगे. इसके अलावा 70 और बोइंग जेट विमान के जरिए एअर इंडिया अपने बेड़े को बेहद आकर्षक बनाने जा रही है.
रोल्स रॉयस ने भी सौदे को लेकर जानकारी दी है कि इस विशाल एयरक्राफ्ट ऑर्डर के जरिए ट्रेंट के XWB-97 इंजिन (68+20 विकल्प) खरीदे जाएंगे. इनका इस्तेमाल एयरबस A350-1000 के लिए होगा. इसके अलावा 2 Trent XWB-84 इंजन खरीदे जाएंगे. जो A350-900 में इस्तेमाल होंगे.
बोइंग एयरप्लेन्स ने भी इस डील पर ट्वीट किया है और एअर इंडिया का स्वागत किया है. एअर इंडिया 10 बोइंग एयरप्लेन्स 777-9s वाले खरीदेगा और इसके जरिए भारत की विश्व के लगभग हर डेस्टिनेशन से कनेक्टिविटी बढ़ेगी.
85 अरब डॉलर का सौदा
इस डील के लिए टाटसंस 85 अरब डॉलर यानी करीब 70,39,86,15,00,00 रुपये खर्च करेगी. इस डील को एविएशन इंडस्ट्री की अबतक की सबसे बड़ी डील बताया जा रहा है. इस डील में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस शामिल हैं.
बता दें कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है. दुनिया की ये पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. देश में जहां बड़ी संख्या में लोग पूरी तरह से गरीब हैं. असमानता व्याप्त है. वहीं, इसमें हवाई यात्रा की मांग लेकर एक बढ़ता हुआ मध्यम वर्ग भी है. एयरबस का अनुमान है कि अगले दो दशकों में इसका हवाई यातायात 6.6 प्रतिशत प्रति वर्ष की दर से बढ़ेगा, जो वैश्विक औसत से दोगुना है. विमानन विशेषज्ञों का कहना है कि अगले दशक में इसे कम से कम 2,000 विमानों की आवश्यकता है.
ये भी पढ़ें:-
दुबई से आ रही एअर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान ने उतरते समय एटीसी से मांगी मदद
मेडिकल इमरजेंसी की वजह से एयर इंडिया की न्यूयॉर्क-दिल्ली फ्लाइट को UK डायवर्ट किया गया
Featured Video Of The Day
उर्वशी रौतेला जुहू में हुईं स्पॉट
Source link