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नई दिल्ली:
भारत और ब्रिटेन प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (Free Trade Agreement) यानी एफटीए (FTA) के तहत सर्विस सेक्टर की कंपनियों के लिए समान ट्रीटमेंट चाहते हैं. एक सरकारी अधिकारी ने यह जानकारी दी. आपको बता दें कि दोनों देश एफटीए के जरिये सेवाओं में व्यापार को बढ़ावा देने पर विचार कर रहे हैं, जिसके लिए बातचीत 13 जनवरी, 2021 को शुरू हुई थी.
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एफटीए पर इस साल जून तक कम से कम 10 दौर की वार्ता पूरी हो चुकी है. वहीं, दोनों पक्ष जल्द से जल्द बातचीत पूरी करना चाहते हैं.
अधिकारी ने कहा कि ब्रिटेन फाइनेशिल सर्विस सेक्टर (Service Sector)में गहरी दिलचस्पी दिखा रहा है, जबकि भारत एजुकेशन और स्कील्ड प्रोफोशनल की आवाजाही जैसे सेक्टर पर ध्यान दे रहा है. एफटीए में सर्विस के तहत एक दूसरे को सीमा शुल्क में कोई रियायत नहीं दी जाती है.
सरकारी अधिकारी ने पहचान जाहिर नहीं करने की शर्त पर कहा, ‘‘प्रगति की समीक्षा करने, लंबित मुद्दों को सुलझाने और बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए उच्चस्तर पर नियमित बैठकें आयोजित की जाती हैं. अभी तक सर्विस सेक्टर में कुछ भी तय नहीं हुआ है.”
इसके आगे अधिकारी ने कहा, ‘‘ब्रिटेन दुनिया का एक महत्वपूर्ण फाइनेंशियल सर्विस सेंटर है, इसलिए उनकी इसमें हमेशा रुचि होती है.” दोनों पक्षों ने उन सेवाओं की सूची का आदान-प्रदान किया है, जहां वे निर्यात को बढ़ावा देने के इच्छुक हैं.
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