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निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर मौजूद ताजा रुझानों के अनुसार, रिंकू को अब तक 1,38,493 वोट मिले हैं, जबकि करमजीत कौर को 1,13,164 वोट मिले हैं. वेबसाइट के मुताबिक, अब तक डाले गए 8.87 लाख मतों में से 4.15 लाख से ज्यादा की गिनती हो चुकी है. अपने उम्मीदवार की जीत को लेकर आश्वस्त आप समर्थकों ने इस सीट पर अन्य उम्मीदवारों पर रिंकू की बढ़त का जश्न मनाना शुरू कर दिया है.
वेबसाइट के अनुसार, बहुजन समाज पार्टी (BSP) समर्थित शिरोमणि अकाली दल (SAD) के उम्मीदवार सुखविंदर कुमार सुखी तीसरे स्थान पर हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इंदर इकबाल सिंह अटवाल चौथे स्थान पर हैं.
अभी तक 5.77 लाख वोटों की गिनती हो चुकी है, वहीं 3.07 लाख वोटों की गिनती होनी अभी बाकी है. थोड़ी देर में दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविन्द केजरीवाल के घर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पहुंचने वाले हैं.
आज वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से शुरू हुई है. अधिकारियों ने बताया कि मतगणना सुबह आठ बजे शुरू हुई है. कपूरथला रोड स्थित निदेशक भू-अभिलेख एवं स्पोर्ट्स कॉलेज परिसर के कार्यालय में स्थापित मतगणना केंद्रों के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
संतोख सिंह चौधरी के निधन के बाद खाली हुई थी सीट
जालंधर से कांग्रेस सांसद संतोख सिंह चौधरी का इस साल जनवरी में ‘‘भारत जोड़ो यात्रा” के दौरान दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था, जिससे यह सीट रिक्त हुई थी. सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी, मुख्य विपक्षी कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी के बीच इस सीट पर मुकाबला चतुष्कोणीय है. दलित बहुल सीट पर चारों राजनीतिक दल एक दूसरे के साथ हाथ आजमाने के लिये मैदान में हैं. चुनाव मैदान में कुल 19 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं जिनमें चार महिलाएं हैं.
इस सीट पर कांग्रेस ने दिवंगत संतोख सिंह चौधरी की पत्नी करमजीत कौर को टिकट दिया है जबकि ‘आप’ ने कांग्रेस छोड़कर आए पूर्व विधायक सुशील रिंकू को मैदान में उतारा है. वहीं भाजपा ने शिरोमणि अकाली दल छोड़कर आए दलित सिख इंदर इकबाल सिंह अटवाल को टिकट दिया है.
अटवाल पंजाब विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष चरनजीत सिंह अटवाल के पुत्र हैं. चरनजीत सिंह अटवाल भी भाजपा में शामिल हो चुके हैं.
अकाली दल ने अपने दो बार के विधायक सुखविंदर कुमार सुक्खी को प्रत्याशी बनाया है. उसके प्रत्याशी को बहुजन समाज पार्टी का समर्थन था.
पंजाब में जालंधर लोकसभा सीट के लिए बुधवार को हुए उपचुनाव के दौरान 54.70 प्रतिशत लोगों ने मताधिकार का इस्तेमाल किया था. निर्वाचन कार्यालय की ओर से बृहस्पतिवार को जारी अंतिम आंकड़ों में यह जानकारी दी गई थी.
साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में 63.04 प्रतिशत मतदान हुआ था. इसके सापेक्ष्य उपचुनाव में मतदान प्रतिशत कम रहा .
आंकड़ों के मुताबिक, संसदीय क्षेत्र के 16,21,800 मतदाताओं में से सिर्फ 8,87,154 लोगों ने मतदान किया.
जालंधर लोकसभा सीट के अंतर्गत नौ विधानसभा क्षेत्र हैं. इसमें से शाहकोट में सबसे ज्यादा 58.23 फीसदी मतदान हुआ था. इसके बाद करतारपुर में 57.97 प्रतिशत, जालंधर पश्चिम में 56.49 फीसदी, नकोदर में 55.89 प्रतिशत, फिल्लौर में 55.81 फीसदी, जालंधर उत्तर में 54.43 प्रतिशत, आदमपुर में 54.02 फीसदी, जालंधर कैंट में 50.19 प्रतिशत और जालंधर सेंट्रल में 48.94 फीसदी वोट पड़े थे.
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