[ad_1]
कई बार हमारे पास सुविधाएं होती हैं, वो सभी चीज़ें मौजूद होती हैं, जिनकी मदद से हम अपनी ज़िंदगी को बेहतरीन बना सकते हैं. मगर इन तमाम सुविधाओं के बावजूद अगर मन संतुष्ट नहीं रहा तो हमारे लिए बेकार ही है. अभी हाल ही में सोशल मीडिया पर एक शख्स की कहानी काफी वायरल हो रही है. इस कहानी में देखा जा सकता है कि एक शख्स एक कंपनी में सीईओ की पद संभाल रहा था, मगर वो बिल्कुल संतुष्ट नहीं था. ऐसे में शख्स ने अपनी नौकरी छोड़ी और ट्रक ड्राइवर बन गया.
60 साल की उम्र में ऑस्ट्रेलिया के रहने वाले ग्रेग रॉस ने ऐसा ही किया. अपनी ज़िंदगी को बदलने के लिए ग्रेग रॉस ने एक बड़ा निर्णय लिया. 2008 में अपने अंकल के अंतिम दर्शन में गए हुए थे. वहीं उन्हें विचार आया कि जीवन में कुछ अलग करना है ताकि मन संतुष्ट रहे.
द गार्जियन के साथ अपनी प्रेरक कहानी साझा करते हुए, रॉस अपनी नई यात्रा की शुरुआत के बारे में बात करते हैं. सीवी में ट्रक चलने का बिल्कुल अनुभव नहीं था. जवानी के दिनों में उन्होंने गाड़ियां चलाई थीं.
उनका मन उनके काम में नहीं लगता था. ऐसे में उन्होंने एक ट्रक की कंपनी के साथ ट्रक के बारे में सीखा, समझा और फिर ट्रक को ही अपनी ज़िंदगी बना ली.
मिस्टर रॉस अब 72 साल के हो चुके हैं. 12 साल से लगातार वो अपने मन की बात सुन रहे हैं और भारी गाड़ियां चला रहे हैं. उन्होंने अपने अनुभव से बताया कि हमें खुद को दुबारा मौका ज़रूर देना चाहिए.
”वह हमेशा मेरा पक्ष लेती रही हैं” – अपनी मां तनुजा के बारे में काजोल
Source link