Opposition Alliance India Will Provide Strong Option To Bring Political Change: Sharad Pawar – विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ राजनीतिक परिवर्तन लाने के लिए सशक्त विकल्प प्रदान करेगा : शरद पवार

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विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’, मुंबई में विपक्ष की बैठक, शरद पवार

मुंबई: विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की तीसरी महत्वपूर्ण बैठक से पहले इसके नेताओं ने विश्वास जताया कि गठबंधन देश में राजनीतिक बदलाव के लिए मजबूत विकल्प प्रदान करेगा और उसके पास प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में कई चेहरे हैं जबकि भाजपा के पास ‘केवल एक चेहरा’ है.

विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) ने दो और क्षेत्रीय दलों को शामिल करके अपना विस्तार किया है और इसके घटक दलों की संख्या 28 हो गयी है. गठबंधन में महाराष्ट्र की वामपंथी पार्टी ‘पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी ऑफ इंडिया’ (पीडब्ल्यूपी) और एक अन्य क्षेत्रीय पार्टी शामिल हुई है.

मुंबई के ग्रांड हयात होटल में 31 अगस्त और एक सितंबर को होने वाली विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की तीसरी बैठक में 28 राजनीतिक दलों के 63 प्रतिनिधि शामिल होंगे.

गठबंधन की पहली बैठक जून में पटना में, जबकि दूसरी बैठक जुलाई में बेंगलुरु में हुई थी, जहां इसे ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) नाम दिया गया.

तीसरी बैठक में विपक्षी नेता 2024 के लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का मुकाबला करने के लिए संयुक्त प्रचार रणनीति तथा अपने सदस्यों के बीच मतभेदों को हल करने पर चर्चा करेंगे.

गठबंधन एक समन्यव समिति की घोषणा करेगा, जिसमें प्रमुख विपक्षी दलों के 11 सदस्य हो सकते हैं. गठबंधन का एक लोगो भी जारी किया जाएगा. बैठक में शामिल होने के लिए कई प्रमुख विपक्षी नेता मुंबई पहुंच रहे हैं जिनमें विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हैं. इनमें ममता बनर्जी, नीतीश कुमार, हेमंत सोरेन, एमके स्टालिन, अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान शामिल हैं. इनके अलावा बिहार के उप मुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव, उनके पिता लालू प्रसाद, पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, अखिलेश यादव भी इनमें शामिल हैं.

कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी बृहस्पतिवार को मुंबई पहुंच रहे हैं. णमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी बुधवार को मुंबई पहुंचीं. उन्होंने उद्धव ठाकरे और अमिताभ बच्चन को रक्षा बंधन के मौके पर राखी भी बांधी.

‘इंडिया’ गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘भारत हमारा चेहरा होगा. हमारी प्रमुख चिंता देश को बचाने की है.” राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार ने यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, विश्वास जताया कि विपक्षी गठबंधन राजनीतिक परिवर्तन लाने के लिए एक मजबूत विकल्प प्रदान करेगा. पवार ने कहा कि ‘इंडिया’ में सीट बंटवारे पर कोई चर्चा नहीं हुई है.

उन्होंने कहा कि राकांपा को लेकर कोई भ्रम नहीं है. पिछले महीने महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हुए अपने भतीजे अजित पवार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “छोड़कर जाने वालों को जनता सबक सिखाएगी.”

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा,“यह पता नहीं है कि वह किसके पक्ष में हैं. इससे पहले वह भाजपा के साथ बातचीत कर चुकी हैं.”

एआईयूडीएफ जैसे दलों के गठबंधन में शामिल नहीं होने के सवाल पर पवार ने कहा, ‘‘उन्होंने मुझसे बात की है और हमारे साथ आने को इच्छुक हैं. लेकिन मैं अकेले कोई निर्णय नहीं ले सकता. हमें इस बारे में कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की शिवसेना से बातचीत करनी होगी.

उन्होंने स्पष्ट किया कि अकाली दल को शामिल करने का कोई प्रस्ताव नहीं है. पवार ने कहा, ‘‘लेकिन अगर वे आना चाहते हैं तो हम इस बारे में सोच सकते हैं.” हालांकि, उन्होंने कहा, ‘‘यह आसान नहीं है क्योंकि हमारे साथ अरविंद केजरीवाल हैं जिनकी पार्टी पंजाब में सरकार चला रही है और वहां कांग्रेस की अलग नीति है. इसलिए हम ऐसा कुछ नहीं करेंगे जिससे मतभेद बढ़ें.”

पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि विभिन्न विचारधाराओं से जुड़े विपक्षी दलों के गठबंधन का एक साझा उद्देश्य लोकतंत्र और ‘भारत माता’ की रक्षा करना है.

विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) की तरफ से प्रधानमंत्री पद के चेहरे के सवाल पर, ठाकरे ने कहा, “हमारे पास प्रधानमंत्री उम्मीदवार के लिए कई विकल्प हैं. लेकिन भाजपा के पास एक को छोड़कर क्या विकल्प है.” इस सवाल पर कि ‘इंडिया’ का संयोजक कौन होगा, ठाकरे ने पूछा, “राजग का संयोजक कौन है”.

ठाकरे ने कहा, “प्रधानमंत्री पद के लिए विकल्प के बारे में सवाल भाजपा से पूछा जाना चाहिए, जिसके पास पिछले नौ वर्षों से केवल एक ही विकल्प है, जो हमने देखा है. ‘इंडिया’ गठबंधन के पास प्रधानमंत्री पद के लिए कई विकल्प हैं. भाजपा के पास क्या विकल्प हैं?”

उन्होंने “रक्षा बंधन” के उपहार के रूप में रसोई गैस की कीमतों में प्रति सिलेंडर 200 रुपये की कटौती करने के फैसले को लेकर भी केंद्र पर कटाक्ष किया. सरकार ने घरों में इस्तेमाल की जाने वाली रसोई गैस की कीमतों में कटौती करने की मंगलवार को घोषणा की थी.

ठाकरे ने कहा, “क्या पिछले नौ वर्षों में कोई रक्षाबंधन नहीं था? ‘इंडिया’ (गठबंधन) के आगे बढ़ने पर एलपीजी सिलेंडर मुफ्त दिए जाने लगेंगे. चाहे वे कुछ भी करें, लोग होशियार हैं और सब कुछ समझते हैं.”

ठाकरे से जब पूछा गया कि क्या उन्हें विपक्ष के प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रूप में पेश किया जाएगा, उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा, “मैं कल जाऊंगा और शपथ लूंगा.” पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि 2019 में गैर-भाजपा दलों को 23 करोड़ मत मिले, जबकि भाजपा को 22 करोड़ वोट मिले. उन्होंने कहा, “अगर हम मिलकर काम करें, हम जीत सकते हैं.”

चव्हाण ने कहा कि महाराष्ट्र ने अतीत में भी कई क्रांतियों का नेतृत्व किया है और इस बार भी यह देश में राजनीतिक बदलाव की अगुवाई करेगा. विपक्षी गठबंधन की बैठक में नेता साझा न्यूनतम कार्यक्रम का मसौदा तैयार करने, देशभर में आंदोलन करने की संयुक्त योजना बनाने और सीट बंटवारे पर चर्चा के लिए कुछ समितियों की घोषणा कर सकते हैं.

 

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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