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‘जहाज में 21 नाविक थे जिनमें से 15 भारतीय थे’
प्रधानमंत्री ने कहा कि जहाज में 21 नाविक थे जिनमें से 15 भारतीय थे. जहाज भारतीय तट से लगभग 2,000 किलोमीटर दूर था. उन्होंने कहा कि नौसेना ने सभी नाविकों को खतरे से बचा लिया. उन्होंने कहा, ‘‘सुरक्षित बचाये जाने के बाद भारतीय नाविकों ने कमांडो की बहादुरी की सराहना करते हुए ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाये.”
हथियारबंद लोगों ने अपहरण करने की कोशिश की थी
गत पांच जनवरी को, भारतीय नौसेना के विशिष्ट समुद्री कमांडो ‘मार्कोस’ ने उत्तरी अरब सागर में लाइबेरिया के ध्वज वाले वाणिज्यिक जहाज के अपहरण के प्रयास पर कार्रवाई करते हुए 15 भारतीयों सहित चालक दल के सभी 21 सदस्यों को बचा लिया. इस जहाज को पांच-छह हथियारबंद लोगों ने अपहरण करने की कोशिश की थी.
नौसेना ने एमवी लीला नॉरफोक को अपहृत करने की कोशिश के बाद मदद के लिए एक युद्धपोत, समुद्री गश्ती विमान, हेलीकॉप्टर और पी-8आई और लंबी दूरी के विमान और प्रीडेटर एमक्यू9बी ड्रोन तैनात किए थे.
‘सूर्य की परिक्रमा करके उसका अध्ययन करेगा’
आदित्य एल1 मिशन पर पीएम मोदी ने कहा कि अंतरिक्ष यान पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर अपने गंतव्य ‘लैग्रेंजियन पॉइंट 1′ बिंदु पर पहुंच गया है, जहां से यह सूर्य की परिक्रमा करके उसका अध्ययन करेगा.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आदित्य एल1 की सफलता भारत की शक्ति और भारतीय वैज्ञानिकों के कौशल का प्रमाण है. यह एक और महान उदाहरण है.”
भारत का पहला सौर मिशन यान आदित्य एल1 6 जनवरी को अपने गंतव्य पर पहुंच गया, जहां से यह सूर्य की परिक्रमा करेगा और हमारे तारे का अध्ययन करेगा.
इसरो की नवीनतम उपलब्धि चंद्रयान-3 की सफलता के कुछ महीने बाद आयी है जब अंतरिक्ष एजेंसी ने चंद्रमा की सतह पर यान की चुनौतीपूर्ण सॉफ्ट लैंडिंग करायी थी.
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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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