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नई दिल्ली:
इस साल दक्षिण-पश्चिम मॉनसून सीजन के दौरान अगस्त महीने में पिछले 122 साल में सबसे कम बारिश रिकॉर्ड की गई है. इससे पहले अगस्त महीने में सबसे कम बारिश 2005 में रिकॉर्ड की गई थी, जब औसत से 25% कम बारिश हुई थी. NDTV से बातचीत में भारतीय मौसम विभाग के डायरेक्टर जनरल ने कहा कि सितम्बर के पहले हफ्ते से मॉनसून का रिवाइवल होगा और कुल मिलाकर दक्षिण पश्चिम मानसून सीजन कम वर्षा वाला सीजन नहीं रहेगा.
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इस साल अगस्त महीने में बारिश 1901 के बाद सबसे कम रिकॉर्ड की गई है. एनडीटीवी से बातचीत में मौसम विभाग के डायरेक्टर जनरल डॉ एम महापात्रा ने यह अहम बात कही. डॉ महापात्रा ने कहा, “अगस्त महीने में औसत से 35 से 36 प्रतिशत कम बारिश रिकार्ड की गई है जो पिछले 122 साल में सबसे कम है. अगस्त महीने में बारिश में बड़ी गिरावट की सबसे बड़ी वजह अल नीनो (El Nino) प्रभाव रहा…”
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगस्त में बारिश में ऐतिहासिक गिरावट के बाद देश में दो-तीन सितंबर से मॉनसून की स्थिति में सुधार होगा और सितंबर में औसत बारिश नॉर्मल कैटेगरी (लंबी अवधि के औसत 91% से 109% ) में रहेगी.
जून से अगस्त तक 10 फीसदी कम बारिश
जब NDTV ने पूछा कि, जून से अगस्त तक बारिश में जो कमी रिकॉर्ड की गई है, क्या सितम्बर में होने वाली बारिश से इस नुकसान की भरपाई हो सकेगी? इस पर डॉ एम महापात्रा ने कहा, “हमारा पूर्वानुमान है कि दक्षिण पश्चिम मॉनसून सीजन जून से सितंबर तक कम बारिश वाला सीजन नहीं रहेगा.”
इस साल दक्षिण-पश्चिम मॉनसून सीजन के दौरान एक जून से 31 अगस्त तक औसत से 10% कम बारिश रिकॉर्ड की गई है. अब सबको इंतजार सितम्बर में मॉनसून के फिर से सक्रिय होने का है.
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