VIDEO: नाबालिग से गैंगरेप के आरोपी की जमीन-मकान पर महिला पुलिस अधिकारियों ने चलाया बुलडोजर
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देश में इस समय हर तरफ बुलडोजर की चर्चाएं हैं. यूपी से लेकर एमपी तक बुलडोजर के किस्से इन दिनों लोगों के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं. कहीं बाहुबलियों के कब्जे वाली जमीन पर बुलडोजर चलाकर अतिक्रमण मुक्त किया जा रहा तो कहीं अपराधियों/असामाजिक तत्वों को ऐसी कार्रवाई से सबक सिखाने की कोशिश की जा रही है. ताजा घटना मध्य प्रदेश के दमोह जिले की है जहां जहां एक आरोपी को सबक सिखाने के लिए महिला अधिकारियों ने बुलडोजर चलाने का बीड़ा उठाकर नजीर पेश की है. यह मामला दमोह जिले के रनेह इलाके का है. यहां बीते दिनों एक नाबालिग से गैंगरेप की घटना हुई थी. पुलिस इस घटना के तीन आरोपियों को पहले ही सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी है जबकि एक फरार आरोपी की तलाश की जा रही थी.
गुरुवार को आखिरकार इस फरार आरोपी कौशल किशोर चौबे को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. अपराधियों के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार करने का समाज को संदेश देने के लिए आरोपी के कब्जों पर बुलडोजर भी चलाया गया. खास बात यह है कि बुलडोजर चलाने की कमान महिला पुलिस अधिकरियो ने संभाली. जिला कलेक्टर से इजाजत लेकर प्रशासन ने आरोपी कौशल किशोर चौबे के कब्जे वाले मकान और खेती की जमीन पर बुलडोजर चलाने का निर्णय लिया. इसके लिए बाकायदा जिले के अलग-अलग पुलिस थानों की महिला अफसरों को रनेह बुलाया गया और फिर अतिक्रमण पर बुलडोजर चला. अपने तरह के इस अलग मामले में जिसने भी कार्रवाई को देखा, हैरत में पड़ गया. आरोपी के कब्जे वाले मकान और जमीन पर बुलडोजर चलाकर करीब 75 लाख रुपये की जमीन अतिक्रमणमुक्त कराई गई है.
इस अभियान को लीड करने वाली महिला पुलिस अधिकारी प्रशिता कुर्मी के मुताबिक, इससे समाज में बड़ा संदेश जाएगा और अपराधियों में भय भी व्याप्त होगा. उन्होंने कहा कि एक घटना हुई थी जिसमें एक नाबालिग के साथ चार लोगों ने रेप किया था. गैंगरेप की घटना थी जिसमें तीन आरोपियों को पहले अरेस्ट किया गया था. एक आरोपी को अरेस्ट कर आज कोर्ट में पेश किया गया. कौशल किशोर चौबे ने शासकीय जमीन पर अतिक्रमण कर रखा था. आज महिला कर्मचारियों ने इस कमान को संभालते हुए इस अतिक्रमण को हटाया गया है. यह समाज को शर्मसार करने वाली घटना थी. हटा के तहसीलदार रोहित राजपूत ने कहा कि हमने ग्राम रनेह में कौशल किशोर चौबे का अतिक्रमण हटाया है, यह अतिक्रमण मकान बनाकर और तार फेंसिंग के जरिये किया गया था. यह कार्रवाई कलेक्टर के आदेशानुसार की है. जो अतिक्रमण हटाया है उसकीअनुमानित कीमत करीब 75 लाख रुपये है.
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