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PM Narendra Modis 73rd Birthday: Devotees Offered Prayers At Kartarpur Sahib Gurudwara In Pakistan – पीएम नरेंद्र मोदी का 73वां जन्मदिवस: पाकिस्तान के करतारपुर साहिब गुरुद्वारे में की गई प्रार्थना

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इस अवसर पर बीजेपी नेता सिरसा ने कहा, “एक ऐतिहासिक अवसर सामने आया जब सीमा पार गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के लिए प्रार्थना की गई. आज सुबह हमने श्रद्धेय गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब में प्रार्थना करने के लिए श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर को पार किया. हमारी हार्दिक प्रार्थनाएं समस्त मानवता की भलाई और हमारे राष्ट्र की शांति और समृद्धि के लिए समर्पित थीं.”

श्रद्धालुओं के समूह ने गुरुद्वारा साहिब में चंदोआ और रुमाला साहिब सेट भेंट किए और प्रधानमंत्री मोदी के लंबे, स्वस्थ जीवन और निरंतर समृद्धि के लिए प्रार्थना की. सिरसा ने करतारपुर साहिब कॉरिडोर को वास्तविकता बनाने में उनकी भूमिका के लिए प्रधानमंत्री की प्रशंसा भी की.

पीएम मोदी के प्रयासों से शुरू हुआ करतारपुर साहिब कॉरिडोर

उन्होंने कहा, “करतारपुर साहिब कॉरिडोर को वास्तविकता बनाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका ने सिख समुदाय की लंबे समय से चली आ रही इच्छा पूरी की है.”

गुरुद्वारा साहिब के प्रमुख ग्रंथी एस ज्ञानी गोबिंद सिंह और पाकिस्तान गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के सदस्य एस इंद्रजीत सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी को शुभकामनाएं दीं और उन्हें सम्मान और सद्भावना की प्रतीक एक पगड़ी, एक सिरोपा (सम्मान की पोशाक) और प्रसाद (पवित्र भोजन) भेंट किया. 

पहले पत्रकारों से बातचीत में सिरसा ने भारत और पाकिस्तान दोनों सरकारों से पासपोर्ट जांच प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने का आह्वान किया, जिससे करतारपुर साहिब जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए यह आसान हो सके.

पासपोर्ट की जांच प्रक्रिया को और सरल बनाया जाए

उन्होंने कहा, “यह गलियारा एक असंभव कार्य था जिसे गुरु नानक देव के आशीर्वाद से संभव बनाया गया…पीएम मोदी ने इसे संभव बनाया इसलिए हम भारत सरकार और पाकिस्तान सरकार से अनुरोध करते हैं कि करतारपुर साहिब की यात्रा को पासपोर्ट की जांच के संदर्भ में और भी सरल बनाया जाना चाहिए.” 

करतारपुर गलियारा 4.7 किलोमीटर लंबा वीजा-मुक्त गलियारा है जो भारत में डेरा बाबा नानक साहिब को पाकिस्तान में गुरुद्वारा दरबार साहिब से जोड़ता है. गुरु नानक देव की 550वीं जयंती मनाने के लिए 2019 में गलियारे का उद्घाटन किया गया था. इस गलियारे से भारत के सिख तीर्थयात्रियों को सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव के अंतिम विश्राम स्थल गुरुद्वारा दरबार साहिब की यात्रा करने की इजाजत है.

करतारपुर कॉरिडोर का शुरू होना सिख तीर्थयात्रियों के लिए महत्वपूर्ण है. वे लंबे समय से लंबी और जटिल वीजा प्रक्रिया से गुजरे बिना गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने की व्यवस्था शुरू होने की इच्छा रखते थे.

(इनपुट एएनआई से भी)



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